क्या है G.S.T ?
क्या है G.S.T ?
- Goods and Service Tax (जीएसटी) एक अप्रत्यक्ष कर यानी इंडायरेक्ट Tax है। G.S.T के तहत वस्तुओं और सेवाओं पर एक समान Tax लगाया जाता है। जहां G.S.T लागू नहीं है, वहां वस्तुओं और सेवाओं पर अलग-अलग टैक्स लगाए जाते हैं। Govt. अगर इस बिल को 2016 से लागू कर देती तो हर सामान और हर सेवा पर सिर्फ एक Tax लगेगा यानी वैट, एक्साइज और Service टैक्स जैसे करों की जगह सिर्फ एक ही Tax लगेगा।
क्या होंगे इसके फायदे?
- संविधान के मुताबिक केंद्र और राज्य सरकारें अपने हिसाब से वस्तुओं और सेवाओं पर Tax लगा सकती हैं।
- अगर कोई Company या कारखाना एक राज्य में अपने उत्पाद बनाकर दूसरे राज्य में बेचता है तो उसे कई तरह के Tax दोनों राज्यों को चुकाने होते हैं जिससे उत्पाद की कीमत बढ़ जाती है। G.S.T लागू होने से उत्पादों की कीमत कम होगी।
- नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड रिसर्च की एक Report के मुताबिक G.S.T लागू होने से देश की जीडीपी में एक से पौने दो फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
किन उत्पादों पर लागू होगा जीएसटी?
2014 में पास संविधान के 122वें संशोधन के मुताबिक G.S.T सभी तरह की सेवाओं और वस्तुओं/उत्पादों पर लागू होगा। सिर्फ अल्कोहल यानी Vine इस Tax से बाहर होगी।
किन उत्पादों पर लागू होगा G.S.T?
कैसे काम करेगा जीएसटी?
- जीएसटी में तीन अंग होंगे – केंद्रीय जीएसटी, राज्य जीएसटी और इंटीग्रेटेड जीएसटी।
- केंद्रीय और इंटीग्रेटेड जीएसटी केंद्र लागू करेगा जबकि राज्य जीएसटी राज्य सरकारें लागू करेंगी।
अगर जीएसटी भी वैट की तरह है तो फिर इसकी जरूरत क्यों?
- हालांकि GST भी वैट जैसा ही टैक्स है, लेकिन इसके लागू होने से कई और तरह के Tax नहीं लगेंगे।
- इतना ही नहीं GST लागू होने से अभी लगने वाले वैट और सेनवेट दोनों खत्म हो जाएंगे।
किसी भी राज्य में सामान का एक दाम
-GST लागू होने से सबसे बड़ा फायदा आम आदमी को होगा। पूरे देश में किसी भी सामान को खरीदने के लिए एक ही Tax चुकाना होगा। यानी पूरे Country में किसी भी सामान की कीमत एक ही रहेगी। जैसे कोई Car अगर आप दिल्ली में खरीदते हैं तो उसकी Rate अलग होती है, वहीं किसी और राज्य में उसी कार को खरीदने के लिए अलग Price चुकानी पड़ती है। इसके लागू होने से कोई भी सामान किसी भी राज्य में एक ही रेट पर मिलेगा।
कर विवाद में कमी
- अगर यह लागू हो जाता है तो कई बार Tax देने से छुटकारा मिल जाएगा। इससे कर की वसूली करते Time कर विभाग के अधिकारियों द्वारा कर में हेराफेरी की संभावना भी कम हो जाएगी। एक ही व्यक्ति या संस्था पर कई बार Tax लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, सिर्फ इसी Tax से सारे टTax वसूल कर लिए जाएंगे। इसके अलावा जहां कई राज्यों में राजस्व बढ़ेगा तो कई जगह कीमतों में कमी भी होगी।
कम होगी सामान की कीमत
- इसके लागू होने से Tax का ढांचा पारदर्शी होगा जिससे काफी हद तक Tax विवाद कम होंगे। इसके लागू होने के बाद राज्यों को मिलने वाला वैट, मनोरंजन कर, लग्जरी टैक्स, लॉटरी Tax, एंट्री Tax आदि भी खत्म हो जाएंगे। फिलहाल जो सामान खरीदते समय लोगों को उस पर 30-35 प्रतिशत टैक्स के रूप में चुकाना पड़ता है वो भी घटकर 20-25 प्रतिशत पर आ जाने की संभावना है।
- Gst लागू होने पर कंपनियों और व्यापारियों को भी फायदा होगा। सामान एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। जब सामान बनाने की लागत घटेगी तो इससे सामान सस्ता भी होगा।
- Goods and Service Tax (जीएसटी) एक अप्रत्यक्ष कर यानी इंडायरेक्ट Tax है। G.S.T के तहत वस्तुओं और सेवाओं पर एक समान Tax लगाया जाता है। जहां G.S.T लागू नहीं है, वहां वस्तुओं और सेवाओं पर अलग-अलग टैक्स लगाए जाते हैं। Govt. अगर इस बिल को 2016 से लागू कर देती तो हर सामान और हर सेवा पर सिर्फ एक Tax लगेगा यानी वैट, एक्साइज और Service टैक्स जैसे करों की जगह सिर्फ एक ही Tax लगेगा।
क्या होंगे इसके फायदे?
- संविधान के मुताबिक केंद्र और राज्य सरकारें अपने हिसाब से वस्तुओं और सेवाओं पर Tax लगा सकती हैं।
- अगर कोई Company या कारखाना एक राज्य में अपने उत्पाद बनाकर दूसरे राज्य में बेचता है तो उसे कई तरह के Tax दोनों राज्यों को चुकाने होते हैं जिससे उत्पाद की कीमत बढ़ जाती है। G.S.T लागू होने से उत्पादों की कीमत कम होगी।
- नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड रिसर्च की एक Report के मुताबिक G.S.T लागू होने से देश की जीडीपी में एक से पौने दो फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
किन उत्पादों पर लागू होगा जीएसटी?
2014 में पास संविधान के 122वें संशोधन के मुताबिक G.S.T सभी तरह की सेवाओं और वस्तुओं/उत्पादों पर लागू होगा। सिर्फ अल्कोहल यानी Vine इस Tax से बाहर होगी।
किन उत्पादों पर लागू होगा G.S.T?
कैसे काम करेगा जीएसटी?
- जीएसटी में तीन अंग होंगे – केंद्रीय जीएसटी, राज्य जीएसटी और इंटीग्रेटेड जीएसटी।
- केंद्रीय और इंटीग्रेटेड जीएसटी केंद्र लागू करेगा जबकि राज्य जीएसटी राज्य सरकारें लागू करेंगी।
अगर जीएसटी भी वैट की तरह है तो फिर इसकी जरूरत क्यों?
- हालांकि GST भी वैट जैसा ही टैक्स है, लेकिन इसके लागू होने से कई और तरह के Tax नहीं लगेंगे।
- इतना ही नहीं GST लागू होने से अभी लगने वाले वैट और सेनवेट दोनों खत्म हो जाएंगे।
किसी भी राज्य में सामान का एक दाम
-GST लागू होने से सबसे बड़ा फायदा आम आदमी को होगा। पूरे देश में किसी भी सामान को खरीदने के लिए एक ही Tax चुकाना होगा। यानी पूरे Country में किसी भी सामान की कीमत एक ही रहेगी। जैसे कोई Car अगर आप दिल्ली में खरीदते हैं तो उसकी Rate अलग होती है, वहीं किसी और राज्य में उसी कार को खरीदने के लिए अलग Price चुकानी पड़ती है। इसके लागू होने से कोई भी सामान किसी भी राज्य में एक ही रेट पर मिलेगा।
कर विवाद में कमी
- अगर यह लागू हो जाता है तो कई बार Tax देने से छुटकारा मिल जाएगा। इससे कर की वसूली करते Time कर विभाग के अधिकारियों द्वारा कर में हेराफेरी की संभावना भी कम हो जाएगी। एक ही व्यक्ति या संस्था पर कई बार Tax लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, सिर्फ इसी Tax से सारे टTax वसूल कर लिए जाएंगे। इसके अलावा जहां कई राज्यों में राजस्व बढ़ेगा तो कई जगह कीमतों में कमी भी होगी।
कम होगी सामान की कीमत
- इसके लागू होने से Tax का ढांचा पारदर्शी होगा जिससे काफी हद तक Tax विवाद कम होंगे। इसके लागू होने के बाद राज्यों को मिलने वाला वैट, मनोरंजन कर, लग्जरी टैक्स, लॉटरी Tax, एंट्री Tax आदि भी खत्म हो जाएंगे। फिलहाल जो सामान खरीदते समय लोगों को उस पर 30-35 प्रतिशत टैक्स के रूप में चुकाना पड़ता है वो भी घटकर 20-25 प्रतिशत पर आ जाने की संभावना है।
- Gst लागू होने पर कंपनियों और व्यापारियों को भी फायदा होगा। सामान एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। जब सामान बनाने की लागत घटेगी तो इससे सामान सस्ता भी होगा।