वजह जाने पेट्रोल का रेट (दाम ) क्यों बढ़ता जा रहा है
पेट्रोल के दाम बढ़ने के पीछे का काला सच दोस्तों क्या आपको मालूम है पेट्रोल का रेट क्यों बढ़ता जा रहा है और पेट्रोल का रेट कौन तय करता है शायद आपको यह भी नहीं मालूम होगा कि पेट्रोल का रेट बढ़ाने में मोदी जी का क्या रोल है लेकिन आज की इस पोस्ट से सब कुछ मालूम चल जाएगा
दोस्तों एक बात तो माननी पड़ेगी कि हम भले ही अपने आप को डेमोक्रेटिक कंट्री कहते हैं लेकिन यहां पर जनता का शासन बिल्कुल भी नहीं चलता तभी तो जहां पूरी दुनिया में कच्चे तेल का दाम कम होने की वजह से पेट्रोल का दाम घट रहा है तो वहीं दूसरी तरफ हमारे भारत में पेट्रोल डीजल के दाम रॉकेट की स्पीड से बढ़ रहे हैं जिन्हें देखकर आम इंसान का खुलासा किया है कि दाम इतने ज्यादा बढ़ गए हैं कि हमें तो लगता है भारत में लोग गाड़ियां छोड़कर अब साइकिल पर चलना शुरू कर देंगे
नहीं हम मजाक नहीं कर रहे हैं वाकई में अगर हमारी सरकार इस तरह का हाल करती रहेगी तो हमें यह दिन देखने पड़ेंगे ऐसा क्यों हो रहा है इसके पीछे की वजह काफी जटिल है
पेट्रोल का रेट (दाम ) क्यों बढ़ता जा रहा है वजह जाने
बता दें कि किसी भी देश के अंदर तेल की कीमत कच्चे तेल की कीमत पर निर्भर करती है क्योंकि जाहिर सी बात है अगर किसी भी चीज पर रॉ मेटेरियल ही महंगा होगा तो उसके दाम महंगी ही होंगे लेकिन जिन चीजों का कच्चा माल सस्ता होता है वह हमें समय मिल जाता है पर पेट्रोल के साथ ऐसा कुछ भी नहीं है किंतु मार्केट में आपको कच्चा तेल काफी सस्ते में मिल जाएगा लेकिन हमारे भारत में मौजूद जनता तक पहुंचते-पहुंचते इसका दाम कई गुना बढ़ जाता है और इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत कम होती है वहीं भारत में पेट्रोल की कीमत कम होने की बजाय और ज्यादा बढ़ जाती है और हम यूं ही नहीं कह रहे बल्कि आंकड़े कह रहे हैं जिसे आप खुद ही देख लीजिए क्योंकि उदाहरण के लिए अगर हम 1 जनवरी 2020 की बात करें तो मार्केट में कच्चे तेल का दाम $65 प्रति बैरल तेल होता है जहा हमे petrol 72.73 रूपये था
इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल का दाम घट गया है जी हां आज के समय में आपको कच्चा तेल $58 प्रति बैरल के हिसाब से मिलेगा और अगर हम सारा हिसाब किताब लगा ले तो इतना कच्चा तेल ₹26 प्रति लीटर के हिसाब से मिल रहा है यदि कच्चे तेल का दाम घट गया है जिसमें कच्चे तेल की कीमत ₹29 थी तब तो हमारे देश में तेल ₹72 प्रति लीटर मिलता था अब उनकी कीमत ₹26 तो हमारे देश में तेल की कीमत में ₹97 प्रति लीटर की दर पर चल रही है अब आप सोच रहे होंगे कि यह कैसा मजाक है हमारे देश में कैसे हो सकता है तो देश में कीमत बढ़ने का कारण बताने से पहले हम आपको बताते हैं
पहले हम आपको यह बताते हैं कि आखिर पेट्रोल यह किन-किन प्रोसेस से हम तक पहुंचता है दोस्तों कच्चे तेल को सबसे पहले रिफाइनरी की प्रोसेस तो गुजारना पड़ता है क्योंकि जो कच्चा तेल हम इंटरनेशनल मार्केट में खरीदी पर वह सीधा इस्तेमाल करने लायक नहीं होता इसलिए उसे रिफाइनरी प्रस्तुत से गुजरना पड़ता है इस रिफाइनरी प्रोसेस में प्रति लीटर ₹3.84 पैसे का खर्चा आता है जो कच्चे तेल की कीमत में सीधा सीधा जुड़ जाता है दोस्तों अब प्रोसेस के बाद सेंट्रल गवर्नमेंट केंद्र सरकार के द्वारा एक्साइज ड्यूटी लगाई जाती है और एक्साइज ड्यूटी तेल की कीमत तय करने में अहम भूमिका निभाती है क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए नहीं होता जो समय समय पर और बढ़ता रहता है उदाहरण के तौर पर हम आपको बता दें कि
को बता दे 1 जनवरी 2020 को पेट्रोल पर लगने वाली एक्सप्रेस ड्यूटी ₹19.48 पैसे प्रति लीटर थी पर जबकि इतना एक्साइज ड्यूटी 33 हो गई है और एक्साइज ड्यूटी में अंतर से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आज पेट्रोल की कीमत आसमान छू रही है ड्यूटी पर खत्म नहीं होती बल्कि अब यहां पर डीलर का कमीशन आता है क्योंकि जो तेल पेट्रोल पंप डीलर के पास जाता है उनका अपना कमीशन होता है और इस समय डीलर का कमीशन ३.68 पैसे प्रति लीटर की दर से चल रहा है लेकिन दोस्तो आपकी जेब को खाली करने का सिलसिला यहीं पर खत्म होता क्योंकि
अब बारी है वैल्यू ऐडेड टैक्स की भेंट की और राज्य सरकार द्वारा लगाया जाता है जहां राज्य की सरकार अपने हिसाब से लगाती है दिल्लीऔर मुंबई में पेट्रोल के दाम में काफी डिफरेंस होता है तो आप समझ गए होंगे कि डीलर का कमीशन लगता है आम आदमियों को तेल में याद करवाया जाता है और जले में नमक छिड़कने के लिए हम आपको यह बता दें कि भारत अपने आप को शक्तिशाली देश बनाने में जो लगा हुआ है लेकिन शायद आपको यह ना पता हो कि हमारे पड़ोसी देश में तेल के दाम हमारे बीच से भी कम है उदाहरण के तौर पर पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत ₹51 श्रीलंका 60 नेपाल में भी ₹70 प्रति लीटर पेट्रोल मिलता है
लेकिन एक हमारा भारत है 97 का आंकड़ा पार कर चुका है अगर सरकार से पूछा जाता है पेट्रोल के दाम इतने क्यों बढ़ रहे है लेकिन इनडायरेक्टली तो वह कहने की कोशिश करते हैं कि covid वजह से सब कुछ बंद किया गया था तो काफी कारोबार ठप पड़ गया जिसकी वजह से सरकार की हालत खस्ता हो गई अब पेट्रोल के दाम बढ़ने के लिए इतना दबाव डालेंगे तो वह दिन दूर नहीं जब वापस साइकिल चलाना शुरु कर देंगे बाकी आपकी जहां पर आता है जहां पेट्रोल की कीमतों में
अगर ऐसे देशों की बात की जाए जहां पर पेट्रोल बहुत सस्ता मिलता है तो उस पर बने वेनेजुला पहले नंबर पर आता है जहां पर पेट्रोल की कीमत भारतीय रुपए में ₹1.45 पैसा है साथ ही ईरान में जा रु4.50 पैसे और अंगोला देश में ₹15 के आसपास है
निष्कर्ष
उम्मीद करता हूं पेट्रोल की कीमत बढ़ने की मुख्य वजह और बाकी सभी चीजें आपको बड़े अच्छे से समझ आ गई होंगी पेट्रोल के दाम बढ़ाने में किसका हाथ है हमें कमेंट करके बताइए और आपका कोई सुझाव है हमे कमेंट करके जरूर बताये