What Is (DD FORM)Demand Draft In Banking In Hindi
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में आज के इस पोस्ट What Is (DD FORM)Demand Draft In Banking-In-Hindi के बारे में डिमांड ड्राफ क्या होता है और इसका इस्तमाल कैसे करते है चलिए जानते है
Demand Draft In Banking |
डिमांड ड्राफ्ट कैसे बनता है
डिमांड ड्राफ्ट देखने में लगभग बैंक चेक की तरह ही दिखेगा आपको डिमांड ड्राफ्ट बनवाने के लिए आपको अपने बैंक में जाकर डीडी फॉर्म लेकर उसे भरना होगा और जमा करना होगा डीडी फॉर्म यानी की डिमांड ड्राफ्ट फॉर्म होता है
और कुछ देर बाद बैंक आपको डिमांड ड्राफ्ट प्रिंट करके दे देता है उसके बाद डी डी के फॉर्म में आपको जिस व्यक्ति या संस्था के नाम से ड्राफ्ट बनवाना है वह भी भरना होता है और कितने पैसे की बनवानी है डिमांड ड्राफ्ट निकलवाने के लिए
उसके बाद डिमांड ड्राफ्ट बनवाने के लिए बैंक आपसे कुछ सर्विस चार्ज या कमीशन भी लेता है जो आप कितने का ड्राफ्ट बनवा रहे हैं उस पर निर्भर करता है अगर आप 50,000 रुपए का बनवाते हैं तो आपको पैन नंबर भी देना पड़ेगा
अगर आपका बैंक में सेविंग अकाउंट है तो पैसा उसी से कट जाता है लेकिन अगर आपका बैक में अकाउंट नहीं है तो भी आप नकद रुपए जमा कराकर डिमांड ड्राफ्ट बनवा सकते हैं और उसे किसी व्यक्ति या संस्था को दे सकते हैं
डिमांड ड्राफ्ट कैसे काम करता है
जब आप किसी व्यक्ति का संस्था के नाम से जारी हुए डिमांड को उसके पास जमा करते हैं फिर वह व्यक्ति उसे अपने बैंक में जमा करता है और आपके बैंक द्वारा यानी ड्राफ्ट जारी करता के बैंक द्वारा उस बेनिफिशियरी को उसके खाते में रकम भेज दी जाती है
तो यह पूरा सिस्टम ऐसे काम करता है डिमांड ड्राफ्ट जारी करने की तारीख 6 महीने तक वैलिड होती है यानि कि 6 महीने बाद उसका कोई यूज़ नहीं होगा डीडी के नीचे कुछ भी नंबर लिखे होते हैं दोस्तों डीडी नंबर भी कहते हैं
डिमांड ड्राफ्ट को जमा करने से पहले डीडी नंबर को लिखकर आपको रख लेना चाहिए क्योंकि अगर आप का ड्राफ्ट जाता है या बेनिफिशियरी अकाउंट में पैसे नहीं पहुंच पाते तो यह नंबर किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी होने पर आपको काम आ सकता है इसलिए इतना ध्यान आप जरूर रखे
निष्कर्ष
दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपको बताया है What Is (DD FORM)Demand Draft In Banking-In-Hindi के बारे में यदि आपका कोई सवाल या सुझाव है हमे कमेंट जरूर करे