विज्ञान के लाभ और हानि : विज्ञान से लाभ और हानि पर विशेष निबंध - vigyan ke labh aur hani nibandh
हेलो स्वागत हमारे ब्लॉग में आज के इस लेख में जानगे vigyan ke labh aur hani nibandh पर निबंध के बारे में जो क्लास के छात्र और छात्रएं इस निबंध को परीक्षा में लिख सकती है और अच्छे नम्बर ला सकती है तो चलिए जानते है
विज्ञान से लाभ और हानि शब्द सीमा 400 शब्द
- रूपरेखा
- प्रस्तावना
- विभिन्न क्षेत्रों में विज्ञान के चमत्कार
- विज्ञान के चमत्कारों से लाभ
- विज्ञान के चमत्कारों से हानि
- उपसंहार
विभिन्न क्षेत्रों में विज्ञान के चमत्कार
आज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार पर आविष्कारों का प्रमुख तो देखा जा सकता है जो कि इस प्रकार है
(1) संचार के क्षेत्र में- प्राचीन काल में संदेशों के आदान-प्रदान में बहुत समय लग जाया करता था परंतु विज्ञानं के कारण संपर्क दूरी घट गई है अब टेलीफोन सेल्यूलर फ़ोन टेलीग्राम फेक्स के द्वारा क्षण भर में संदेश और विचारों का आदान प्रदान किया जा सकता है
(2) यातायात एवं परिवहन के क्षेत्र में- पहली व्यक्ति थोड़ी सी दूरी तय करने में पर्याप्त समय लगा देता था लंबी यात्रा उसे स्वप्न सी लगती थी किंतु अब रेल मोटर तथा वायु यान के आविष्कारों ने लंबी यात्राएं भी अत्यंत सुगम एवं शुरू कर दी है
(3)कृषि के क्षेत्र में- आज हम अन्य क्षेत्र में आत्मनिर्भर होते जा रहे हैं जिसका श्रेय आधुनिक विज्ञान को जाता है विभिन्न प्रकार की उर्वरक कृत्रिम व्यवस्था, जल व्यवस्था,बुआई तथा कटाई आदि के आधुनिक साधनों एवं कीटनाशक दवाओं ने खेती को सुविधा पूर्ण और सरल बना दिया है
(4)दैनिक जीवन में- दैनिक जीवन का प्रशिक्षण विज्ञान पर आधारित है विद्युत का आविष्कार हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग बन गया है बिजली के पंखे गैस स्टोव सिलाई मशीन आदि अनेक वस्तुओं के निर्माण में मानव को फ़लस्वरूफ सुविधापूर्ण जीवन मिला है
विज्ञान के चमत्कार से लाभ
विज्ञानी मानव को ऐसी अनेक वरदायिनी है शक्तियां प्रदान की हैं जिनके द्वारा मानव जीवन सरल बन गया है विज्ञान ने मनुष्य को प्रदेश क्षेत्र में सुविधाएं उपलब्ध कराई है उसने उसे बाढ़, अकालतथा महामारी से बचाया है मनुष्य को निरोग कर बनाने में सहायता कर उसे दीर्घायु बनाया तथा विज्ञान में अपराधियों को कम करने में भी सहायता प्रदान की
विज्ञान के चमत्कारों के हानि
और जहां मनुष्य को विज्ञान से अधिक लाभ प्राप्त हुए हैं उसके कारण समाज को अनेक हानियाँ भी हुयी हैं सुविधाजनक उपकरणों ने मनुष्य को कमजोर बना दिया है तथा यंत्रों की अत्यधिक उपयोग में बेकारी को भी जन्म दिया है नवीन वैज्ञानिक प्रयोगों ने प्राकृतिक वातावरण को दूषित कर दिया है वैज्ञानिक आविष्कारों ने विश्व में स्पर्धा को जन्म दिया है क्योंकि विश्व को खतरनाक मोड़ पर ले आई है परमाणु तथा हाइड्रोजन बम निसंदेह विश्व शांति के लिए खतरा बन गए हैं जिनके के प्रयोग से संपूर्ण विश्व पल भर में नष्ट हो सकता है
उपसंहार- विज्ञान के गुणों और विशेषताओं को देखते हुए कहा जा सकता है कि विज्ञान मानव के लिए वरदान ही से दुआ है जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हम वैज्ञानिक चमत्कारों की लेनी है यदि मानव विवेक से काम लें और विज्ञान का दुरुपयोग ना करें तो धरती को सुरक्षित तथा स्वर्ग बनाया जा सकता है वास्तव में विज्ञान स्वयं एक चमत्कार है
निष्कर्ष
दोस्तों इस पोस्ट में इतना ही आज हमें